Monday, October 20, 2014

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: शत प्रतिशत Shat Pratishat

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: शत प्रतिशत Shat Pratishat: शत प्रतिशत तुम होती हो तो ये सच है कि सब कुछ मेरे मन का नहीं होता मेरी तरह से नहीं होता मेरे द्वारा नहीं होता मेरे लिए न...

Friday, October 17, 2014

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: तुम्हारे बिना भी Tumhare Bina Bhi

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: तुम्हारे बिना भी Tumhare Bina Bhi: मैं खुश रहता हूँ, आज कल भी तुम्हारे बिना भी पर तुम्हे पता है कि मुझे कितनी हिम्मत जुटानी पड़ती है कितनी जद्दोजेहद करनी पड़ती है ...

Wednesday, October 15, 2014

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: एक वृक्ष की शाख हैं हम Ek Vriksh Ki Shakh Hai Ham

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: एक वृक्ष की शाख हैं हम Ek Vriksh Ki Shakh Hai Ham:



विंध्य हिमाचल से निकली जो,

उस धारा की गति प्रवाह हम,

मार्ग दिखाने इक दूजे को,

बुजुर्ग अनुभव की सलाह हम,

फटकार हैं हम, डांट हैं हम, एक वृक्ष की शाख हैं हम।

.....

......

Tuesday, October 14, 2014

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: क्षणिका - जल्दी बीतो न Jaldi Beeton Na

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: क्षणिका - जल्दी बीतो न Jaldi Beeton Na:



जल्दी बीतो न,
दिन,
रात
और दूसरे समय के टुकड़ों ...
तेज चलो न
घडी की सुईयों
धक्का दूँ क्या ....
ये टिक टिक
जल्दी जल्दी टिक टिकाओ न …
तुम्हारा क्या जाता है
पर मेरा जाता है। 

-- नीरज द्विवेदी

Sunday, September 7, 2014

Friday, August 29, 2014

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: तन्हाईयाँ Tanhayiyan

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: तन्हाईयाँ Tanhayiyan:



मेरी तन्हाईयाँ
आज पूछती है मुझसे

कि वो भूले बिसरे हुए गमजदा आँसू
जो निकले तो थे
तुम्हारी आँखों की पोरों से
पर जिन्हें कब्र तक नसीब नहीं हुयी
जमीं तक नसीब नहीं हुयी

जो सूख गए ...

Saturday, August 23, 2014

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: गीत - तरस रहीं दो आँखें Taras Rahin Do Ankhein

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: गीत - तरस रहीं दो आँखें Taras Rahin Do Ankhein:

तरस रहीं दो आँखें बस इक अपने को

मोह नहीं छूटा जीवन का,
छूट गए सब दर्द पराए,
सुख दुख की इस राहगुजर में,
स्वजनों ने ही स्वप्न जलाए,
अब तो बस कुछ नाम संग हैं, जपने को।
कब से तरस रहीं दो आँखें, अपने को।

जर्जरता जी मनुज देह की, ....

Tuesday, August 19, 2014

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: चलो मिलाकर हाथ चलें Chalo Milakar Hath Chalein

Life is Just a Life - Neeraj Dwivedi: चलो मिलाकर हाथ चलें Chalo Milakar Hath Chalein:

चलो मिलाकर हाथ चलें, संघ मार्ग पर साथ चलें,

आसमान में फर फर देखो,
फहर रहा भगवा ध्वज अपना,
कर्म रहा पाथेय हमारा,
रचा बसा है बस इक सपना,
एक हो हिन्दुस्तान हमारा, मात्र यही प्रण साध चलें,
चलो मिलाकर हाथ चलें, संघ मार्ग पर साथ चलें ...
....

Tuesday, August 5, 2014

Life is Just a Life: मुँहबंदी का रोजा Munhbandi Ka Roja

Life is Just a Life: मुँहबंदी का रोजा Munhbandi Ka Roja: मेरठ पर न बोल सके तो जरा सहारनपुर पर बोलो, जबरन धर्म बदलने की इस कोशिश पर ही मुँह खोलो, क्या चुप ही रहोगे जब तक पीड़ित रिश्तेदार न हो...

Saturday, July 5, 2014

Life is Just a Life: उस एक दिन Us Ek Din

Life is Just a Life: उस एक दिन Us Ek Din: एक दिन मैं चल पड़ूँगा, दूरियाँ कुछ तय करूँगा। समय की झुर्री में संचित, उधार का जीवन समेटे, इस धूल निर्मित देह में ही, चाह की चादर ...

Saturday, June 14, 2014

Life is Just a Life: साँझ और समंदर Sanjh Aur Samandar

Life is Just a Life: साँझ और समंदर Sanjh Aur Samandar: धूप से एक रेशा खींचकर लपेटना शुरू किया तो साँझ की शक्ल में रात आ गयी उनके साथ बीते पलों को समेटना शुरू किया तो समंदर के ...

Wednesday, May 28, 2014

Life is Just a Life: एक लत Ek Lat

Life is Just a Life: एक लत Ek Lat: मेट्रो भी अजीब है जितनी ज्यादा बेतरतीब आवाजें सुनाई देतीं हैं ज्ञान गंगाएँ उतना ही शांत हो जाता हूँ मैं, जितनी ज्यादा भीड़ मि...

Sunday, May 25, 2014

Life is Just a Life: खिलखिलाहट Khilkhilahat

Life is Just a Life: खिलखिलाहट Khilkhilahat: बहुत कुछ लिखा है तुमने मेरी हथेली पर रंगीन कूचियों से छितराए हैं रंग मुस्कुराते हुए खिलखिलाते हुए गुनगुनाते हुए  चढ़ रह...

Friday, May 23, 2014

Life is Just a Life: क्षणिका - इन्तजार

Life is Just a Life: क्षणिका - इन्तजार:

क्षणिका - इन्तजार

पाना
केवल पलभर का ...
और इन्तजार की हद क्या है ?
क्यों
एक पल से
काम चलाऊं ...
सदियों के
इन्तजार से


बेहतर क्या है?
-- नीरज द्विवेदी 

Friday, April 25, 2014

Life is Just a Life: मुक्तक - भगत सिंह के नारे

Life is Just a Life: मुक्तक - भगत सिंह के नारे:

जब जब आँखें होतीं बदरा, भाव मेरे बूँदें बन आते,
जब भी बरसा मीठा अम्बर, श्वर मेरे कविता बन जाते,
जीवन की रागनियाँ बजती, और नील गगन में तारे,
सपनों के सरगम पर नाचें, भगत सिंह के नारे।

Thursday, April 24, 2014

Life is Just a Life: मुक्तक - तेरे बिन

Life is Just a Life: मुक्तक - तेरे बिन: मुक्तक - तेरे बिन तुझको जीतूँ लक्ष्य है मेरा, तुझसे जीत नहीं चहिए, तेरी जीत में जीत हमारी, तेरी हार नहीं चहिए, तू मेरा प्रतिमान कि...

Wednesday, April 9, 2014

Life is Just a Life: मैं, तुम और हम Main Tum aur Hum

Life is Just a Life: मैं, तुम और हम Main Tum aur Hum: मैं, तुम और हम होने का एहसास उस वक्त जब हम, हम नहीं थे मैं और तुम थे, उस वक्त जब आसमां के टुकड़े टुकड़े हो चुके थे और हर टुक...

Tuesday, April 1, 2014

Life is Just a Life: समर्पण Samarpan

Life is Just a Life: समर्पण Samarpan: समर्पण मैंने कभी नहीं चाहा कि तुम बदलो कभी रत्ती भर भी मेरे लिए, हाँ बुरा लगा है मुझे कई बार बताया भी तुम्हे खुद को समझा...

Friday, March 21, 2014

Life is Just a Life: जब अपना मोदी आयेगा Jab Apna Modi Ayega

Life is Just a Life: जब अपना मोदी आयेगा Jab Apna Modi Ayega: जब अपना मोदी आयेगा वो चाँद उधारी लेकर निकला आम आदमी सा, भोले तारों को छलकर बन बैठा खास आदमी सा, भूल गया है समयचक्र रातों का अंत सु...

Tuesday, March 18, 2014

Life is Just a Life: मेरे विश्वास Mere Vishwas

Life is Just a Life: मेरे विश्वास Mere Vishwas: मेरे विश्वास अब नहीं गिनना चाहता मैं मात्राएँ बनाने को छंद, बुनने को अपने द्वंद, क्यों सहारा लूँ पन्नों का क्यों बहा दूँ अपनी ...

Monday, March 10, 2014

Life is Just a Life: गरजने वाले अक्सर बरसते नहीं Garjane wale aksar bar...

Life is Just a Life: गरजने वाले अक्सर बरसते नहीं Garjane wale aksar bar...: गरजने वाले अक्सर बरसते नहीं मुझे पता है, गरजने वाले अक्सर बरसते नहीं, पर तुम्हें पता है, वो बरसते नहीं या बरस नहीं पाते? उनक...

Sunday, February 2, 2014

Life is Just a Life: क्षणिका – एहसास

Life is Just a Life: क्षणिका – एहसास: क्षणिका – एहसास

बापस कर दो मुझे
मेरे एहसास
मेरी स्वांस
थक चुका हूँ मैं
नाचते नाचते
शब्दों के इशारों पर
पन्नों के सहारों पर
कठपुतली की तरह … नीरज 

Friday, January 31, 2014

Life is Just a Life: क्षणिका – खून भारत का

Life is Just a Life: क्षणिका – खून भारत का: क्षणिका – खून भारत का काश ... अश्रु निकलने और मोमबत्तियां बननी बंद हो जायें ... तब तो भारत का खून जलेगा, उबलेगा, खौलेग...

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